Thursday, August 26, 2010

हमसफ़र अभी सोच ले





मुझे याद कोई दुआ नहीं,मेरे हमसफ़र अभी सोच ले, तू मेरी जबीं पे लिखा नहीं,मेरे हमसफ़र अभी सोच ले,

अभी रास्ता भी है धुल में, अभी फायदा भी है भूल में,
अभी मुझे तुझसे गिला नहीं, मेरे हमसफ़र अभी सोच ले,

मैं जन्म जन्म से नाराज़ हूँ, मैं जन्म जन्म से उदास हूँ,
मैं कभी भी खुल के हँसा नहीं, मेरे हमसफ़र अभी सोच ले,

तू है ख्वाब ख्वाब पुकारता, मेरी आँख में नहीं अश्क भी,
मैं मुद्दतों से जिया नहीं, मेरे हमसफ़र अभी सोच ले,

तुझे खुशबुओं की है आरज़ू, तुझे रौशनी की है जुस्तजू,
मैं हवा नहीं, दिया नहीं, मेरे हमसफ़र अभी सोच ले,

तुझे आंसुओ का पता नहीं, तुझे रत'जगों का गुमां नहीं,
तुझे इस से आगे पता नहीं, मेरे हमसफ़र अभी सोच ले,

मुझे ढूँढता ही फिरेगा तू, ना जियेगा ना मरेगा तू,
मैं कभी भी घर पे मिला नहीं, मेरे हमसफ़र अभी सोच ले,

कहो लौटना है किसे यहाँ, मेरे दर्द सुन मेरे मेहरबां,
मेरे पास वक्त ज़रा नहीं, मेरे हमसफ़र अभी सोच ले...!!!

ऐसा हाल होना है


अभी तो इश्क में ऐसा भी हाल होना है,
के अश्क रोकना तुम से मुहाल होना है,

हर एक लब पे हैं मेरी वफ़ा के अफसाने,
तेरे सितम को अभी लाजवाल होना है,

तुम्हे तो खबर ही नहीं तुम तो लुट जाओगे,
तुम्हारे हिज्र में इक लम्हा साल होना है,

हमारी रूह पे जब भी अज़ाब उतरे हैं,
तुम्हारी याद को इस दिल की ढाल होना है,

कभी तो रोयेगा वो भी किसी की बाँहों में,
कभी तो उस की हँसी को ज़वाल होना है,

मिलेगी हम को भी अपने नसीब की खुशियाँ,
बस इंतज़ार है कब ये कमाल होना है,

हर एक शख्स चलेगा हमारी राहों पर,
मोहब्बत में हमें वो मिसाल होना है,

ज़माना जिस के ख़म-ओ-पेच में उलझ जाये,
हमारी जात को ऐसा सवाल होना है,

यकीन है मुझ को वो लौट आयेगा,
उसे भी अपने किये का मलाल होना है...!!!