Tuesday, September 7, 2010
इजाज़त दे दो ....
खुद को इस दिल में बसाने की इजाज़त दे दो,
मुझ को तुम अपना बनाने की इजाज़त दे दो,
तुम मेरी ज़िंदगी का एक हसीन लम्हा हो,
फूलों से खुद को सजाने की इजाज़त दे दो,
तुम्हारी रात सी ज़ुल्फों में चांद सा चेहरा,
ये जान फिर तुम लुटाने की इजाज़त दे दो,
नही शौक 'तुम' को भूल जाने का मगर,
मुझे ये दुनिया भूल जाने की इजाज़त दे दो.
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