Tuesday, September 7, 2010

इश्क में ऐसा भी हाल होना है.....


अभी तो इश्क में ऐसा भी हाल होना है,
के अश्क रोकना तुम से मुहाल होना है,

हर एक लब पे हैं मेरी वफ़ा के अफसाने,
तेरे सितम को अभी लाजवाल होना है,

तुम्हे तो खबर ही नहीं तुम तो लुट जाओगे,
तुम्हारे हिज्र में इक लम्हा साल होना है,

हमारी रूह पे जब भी अज़ाब उतरे हैं,
तुम्हारी याद को इस दिल की ढाल होना है,

कभी तो रोयेगा वो भी किसी की बाँहों में,
कभी तो उस की हँसी को ज़वाल होना है,

मिलेगी हम को भी अपने नसीब की खुशियाँ,
बस इंतज़ार है कब ये कमाल होना है,

हर एक शख्स चलेगा हमारी राहों पर,
मोहब्बत में हमें वो मिसाल होना है,

ज़माना जिस के ख़म-ओ-पेच में उलझ जाये,
हमारी जात को ऐसा सवाल होना है,

यकीन है मुझ को वो लौट आयेगा,
उसे भी अपने किये का मलाल होना है...!!!

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